वैस्कुलर सर्जरी "Vascular Surgery"
वैस्कुलर सर्जरी, जिसे अंग्रेजी में "Vascular Surgery" कहा जाता है, एक चिकित्सा कला है जो धमनियों, नसों और शिराओं के संबंधित समस्याओं के उपचार में विशेषज्ञता रखती है। वैस्कुलर सर्जरी के माध्यम से धमनियों, नसों और शिराओं की समस्याएं जैसे कि विस्तारित वारिस, धमनी रोग, नसों की ब्लॉकेज, वैस्क्यूलर ट्यूमर्स और अन्य संबंधित समस्याओं का उपचार किया जाता है।
वैस्कुलर सर्जरी के कुछ प्रमुख प्रकार निम्नलिखित हैंः
वैस्क्यूलर ट्यूमर सर्जरीः यह सर्जरी वैस्क्यूलर ट्यूमर्स के उपचार के लिए की जाती है, जो शरीर के वैस्क्यूलर सिस्टम में उत्पन्न होते हैं। इसमें ट्यूमर के निकास, ट्यूमर को खंडित करने, धमनियों को जोड़ने और अन्य उपचार की तकनीकें शामिल हो सकती हैं।
वैस्कुलर सर्जरी के जोखिम और उपचार के बारे में, कृपया ध्यान दें कि हर मरीज की स्थिति अलग होती है और चिकित्सा विशेषज्ञ व्यक्तिगत रूप से परामर्श देने के लिए सर्वोत्तम हैं।
वैस्कुलर सर्जरी के जोखिम निम्नलिखित हो सकते हैंः
संक्रमणः किसी भी सर्जरी में संक्रमण का खतरा होता है। संक्रमण को रोकने के लिए शस्त्रक्रिया के दौरान उच्चतम सावधानी बरती जाती है। यदि संक्रमण हो जाता है, तो उचित उपचार आवश्यक हो सकता है।
विस्तारित रक्तस्रावः कुछ सर्जरी प्रक्रियाओं में रक्तस्राव का जोखिम हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, रक्त के लॉस को पूरा करने के लिए रक्त पर्चे या रक्त संयंत्र आवश्यक हो सकते हैं।
धमनी या नसों के नुकसानः वैस्कुलर सर्जरी में धमनियों या नसों के अनुचित नुकसान का जोखिम होता है। यह ब्लड फ्लो को प्रभावित करके रक्तसंचार में समस्याएं पैदा कर सकता है।
अद्यतन वाड़िशाः कुछ सर्जरी प्रक्रियाओं में धमनी के अद्यतन का जोखिम हो सकता है। अद्यतन के दौरान धमनी का पूर्विक बंधन या जोड़ने की आवश्यकता हो सकती है।
संवहनी सर्जरी, जिसे अंग्रेजी में "Vascular Surgery" कहा जाता है, विभिन्न प्रकारों में की जाती है। यहां कुछ प्रमुख संवहनी सर्जरी के प्रकार दिए गए हैंः
धमनी रोग सर्जरीः यह सर्जरी धमनियों के विस्तारित वारिस, धमनी की ब्लॉकेज और धमनीय अनुरक्तता के उपचार के लिए की जाती है। इसमें धमनियों को ठीक करने, ब्लॉकेज को हटाने और धमनी को बदलने के तरीके शामिल हो सकते हैं।
वरीकोज वेन सर्जरीः यह सर्जरी वरीकोज वेन (वारिस) के उपचार के लिए की जाती है। इसमें वरीकोज वेन को नष्ट करने, वरीकोज वेन को निकालने और उपयुक्त वेन को जोड़ने के तरीके शामिल हो सकते हैं।
नसों की सर्जरीः इसमें नसों की ब्लॉकेज, नसों की समस्याएं और नसों की पृष्ठभूमि में होने वाली समस्याओं का उपचार किया जाता है। इसमें नसों की ब्लॉकेज को हटाने, नसों को बंधन करने, नसों की स्थानांतरण और नसों के उच्चतम स्तर की समस्याओं का समाधान करने के तरीके शामिल हो सकते है।
स्टेंट लगाने की सर्जरीः स्टेंट सर्जरी में, एक छोटी धातु या प्लास्टिक बांधक (स्टेंट) धमनीय प्रणाली में निर्धारित स्थान पर स्थापित की जाती है। यह ब्लड फ्लो को सुधारने, ब्लॉकेज को हटाने और धमनी को सुस्थ रखने के लिए की जाती है।
आर्टरी बाईपास सर्जरीः यह सर्जरी मुख्य रूप से हृदय संबंधी वैस्क्यूलर समस्याओं के लिए की जाती है, जहां धमनियों की ब्लॉकेज को उमड़ने और विस्तारित धमनियों को छोड़कर संचार को सुधारने के लिए उपयोग की जाती है।
आर्टरियोवेनस फिस्टुला की सर्जरीः इस सर्जरी में, आर्टरी और वेन के बीच एक नया संवहनी संपर्क स्थापित किया जाता है। यह किडनी डायलिसिस या हेमोडायलिसिस के लिए ब्लड संवहनी की आवश्यकता वाले रोगियों के लिए की जाती है।
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Dr. Ayush Srivastava
MBBS, M.S, MCh(PGI Chandigarh)
CARDIO-THORACIC & VASCULAR SURGEON
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